Thursday, December 6, 2018

अगले 17 साल में सूरत की ग्रोथ दुनिया में सबसे तेज रहेगी, टॉप-10 में सभी शहर भारत के

साल 2019 से 2035 के बीच जो शहर सबसे तेज इकोनॉमिक ग्रोथ करेंगे उनमें टॉप-10 भारत के हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के ग्लोबल सिटीज रिसर्च में सूरत ग्रोथ में सबसे ऊपर है। उसकी औसत सालाना ग्रोथ 9.17% रहने की उम्मीद है। दूसरा नंबर आगरा (8.58%) का और तीसरा बेंगलुरु (8.5%) का है।

रिसर्च के मुताबिक भारतीय शहरों का इकोनॉमिक आउटपुट दूसरे देशों के महानगरों के मुकाबले कम रहेगा। वहीं, सभी एशियाई शहरों की कुल जीडीपी साल 2027 तक सभी उत्तरी अमेरिकी और यूरोपीय शहरों की जीडीपी से ऊपर निकल जाएगी। साल 2035 तक यह 17% ज्यादा हो जाएगी।

ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स की रिसर्च में सामने आया है कि साल 2035 तक दुनिया के बड़े शहरों की स्थिति में थोड़ा बदलाव होगा। न्यूयॉर्क, टोक्यो, लॉस एंजिल्स और लंदन टॉप 4 स्थानों पर बने रहंगे। लेकिन, शंघाई और बीजिंग, पेरिस और शिकागो को पीछे छोड़ देंगे। चीन के ग्वांगझू और शेनझेन भी टॉप-10 में शामिल हो जाएंगे।

रिसर्च में कहा गया है कि अफ्रीका में तंजानिया सबसे तेज ग्रोथ वाला शहर है। यूरोप में अरमेनियन की ग्रोथ सबसे तेज रहने की उम्मीद है। उत्तरी अमेरिका में सैन जोस सबसे ज्यादा विकास करेगा।

चैंबर ऑफ कॉमर्स पहली बार एनर्जी एक्सपो का 30 नवम्बर से 2 दिसंबर तक सरसाणा स्थित कन्वेंशन सेंटर में आयोजन कर रहा है, जिसके उद्घाटन पर पहुंचे श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि सूरत आने पर मुझे एक व्यापारी ने कहा कि पूर्व में सूरत का व्यापार विश्वास पर चलता था, लेकिन अब विश्वास नहीं रहा। मैंने कहा कि कारोबार में उतार-चढ़ाव तो आते रहते हैं, अब ऊपर भी जाएगा व्यापार, भारत में संभावनाएं अधिक हैं।

इस मौके पर एनटीपीसी के चेयरमैन गुरुदीप सिंह, जिंबाब्वे के डेप्युटी मिनिस्टर ऑफ ट्रेड एंड कॉम  र्स राजेश कुमार मोदी, रिन्युएबल एनर्जी प्रमोशन एसोसिएशन के अध्यक्ष एजी अय्यर, नई दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन विश्व मोहन बंसल उपस्थित रहे। बीटूबी होने वाले इस एक्सपो का उद्देश्य यह है कि सूरत के उद्यमियों को यह दिखाना है कि आज की एनर्जी की दुनिया कैसी है?

अंतरराष्ट्रीय स्तर की एनर्जी कंपनी कैसे एनर्जी सेविंग करती हैं। कैसे एनर्जी उत्पादन की जाती है। इस एक्जीबिशन में सोलर एनर्जी के स्टॉल भी लगे। एनटीपीसी, एचपीसीएल, गेल सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर की  वोटसिला, वास्को जैसी विदेशी संस्था भी शामिल हुई हैं। चैंबर अध्यक्ष हेतल मेहता ने बताया कि पहले ही दिन 1600 लोगों ने मुलाकात ली। ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल इसमें उपस्थित नहीं रहे।

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